ताकि हमारे छात्र दुनिया के किसी छात्र से आंख से आंख मिलाकर बात कर सकें

ताकि हमारे छात्र दुनिया के किसी छात्र से आंख से आंख मिलाकर बात कर सकें


राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हमें अपने बच्‍चों को ऐसी शिक्षा देनी है कि वे दुनिया के किसी छात्र से आंख में आंख डालकर बात कर सकें। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 87वें संस्‍थापक सप्‍ताह समारोह के समापन समारोह में आईं  राज्‍यपाल ने कहा कि जो  शिक्षा हम अपने बच्चों को दे रहे हैं वो उनके भावी जीवन के लिए उपयोगी है। 


परिश्रम का कोई विकल्प और मूल्य नहीं हो सकता: सीएम योगी


कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई का समय उनके जीवन में अनुशासन लाने, स्वयं को पहचानने का होना चाहिए। शारीरिक स्वास्थ्य ठीक रहना है तो आपके भोजन, खेल कूद की व्यवस्था, पढ़ाई में रुचि बढ़ाने के लिए क्या होना चाहिए, ये टीचर्स को सोचना चाहिए। स्कूल कालेज में पढ़ने वाली सभी लड़कियों का हीमोग्लोबिन ब्लड टेस्ट होना चाहिए ताकि पता चले कि वो एनिमिक तो नही हैं। लड़कियों के विवाह की चिंता तो होती है लेकिन उनके स्वास्थ्य की चिंता किसी को नही होती। स्पोर्ट्स के लिए अब किसी को समय नहीं है क्योंकि अब सबको इंजीनियरिंग और मेडिकल में जाना है लेकिन ये तब होगा जब आपका स्वास्थ्य ठीक होगा। 


एमपी शिक्षा परिषद का संस्‍थापक सप्‍ताह समारोह शुरू 


हम ऐसी शिक्षा प्राप्त करें कि विश्व के किसी भी छात्र छात्रा से आंख से आंख मिलाकर उनसे बात कर सकें। आज 60 से 80 प्रतिशत तक गोल्ड मेडल लड़कियां प्राप्त करती हैं। लड़कों का पिछड़ना भी ठीक नही है, यह हमारे समाज के लिए ठीक नही है। आपको पानी बचाने के लिए भी सोचना होगा और पूरे गिलास की जगह अबसे आधा गिलास पानी ही प्रयोग करिए।